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सार

आरोपियों ने युवकों को झांसे में लेने के लिए खुद को हिसार की पूर्व एमएलए और मंत्री सावित्री जिंदल का करीबी बताया। आरोपियों ने किसी अन्य महिला को पूर्व एमएलए सावित्री जिंदल बताकर फोन पर बता करवाई।

विस्तार

फतेहाबाद में बैंक और कोर्ट में सरकारी नौकरी दिलवाने का झांसा देकर 10 युवाओं से 97 लाख रुपये ठगने का मामला सामने आया है। ठगी का शिकार हुए अधिकतर युवा गांव धांगड़ के रहने वाले हैं। आरोप है कि ठगों ने जाल में फंसाने के लिए खुद को पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल का करीबी बताया और यहां तक कि एक महिला को सावित्री जिंदल बताकर उससे बात भी करवाते रहे। मामले में सदर पुलिस ने गांव धांगड़ निवासी सुरेंद्र कुमार उर्फ सुंदर की शिकायत पर हिसार के गांव लांधड़ी निवासी भावना बिश्नोई, उसके पति प्रमोद कुमार व जेठ प्रवीन के खिलाफ साजिश के तहत धोखाधड़ी करने के आरोप में मामला दर्ज किया है।

मामले के मुताबिक पुलिस को दी शिकायत में सुरेंद्र कुमार उर्फ सुंदर ने बताया कि हिसार में उसकी मुलाकात आरोपी भावना बिश्नोई के साथ हुई। आरोपी भावना ने बताया कि वह चिकनवास के निजी स्कूल में पढ़ाती है। उसने नायब तहसीलदार की नौकरी के लिए 30 लाख रुपये सरकार के किसी आदमी को दे रखे हैं। उसकी जानकारी प्रतिष्ठित लोगों के साथ है जो रुपये लेकर सिफारिश करवाते हैं और नौकरी लगवाते है। आरोप है कि भावना बिश्नोई ने कई बार उसकी बात पति और प्रमोद और जेठ प्रवीन के साथ करवाई। आरोप है कि भावना बिश्नोई ने कहा कि भिवानी, फतेहाबाद और हिसार की कोर्ट में एलडीसी क्लर्क और चपरासी के पद भरे जाने हैं। इसके अलावा एसबीआई में भी पीओ की नौकरी निकली हुई है।

झांसे में लेने के लिए पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल का करीबी बताया

आरोप है कि आरोपियों ने झांसे में लेने के लिए खुद को हिसार की पूर्व एमएलए और मंत्री सावित्री जिंदल का करीबी बताया। आरोपियों ने किसी अन्य महिला को पूर्व एमएलए सावित्री जिंदल बताकर फोन पर बता करवाई। आरोप है कि इसके बाद आरोपियों ने टोकन मनी और दस्तावेज ले लिए। आरोप है कि इस दौरान आरोपी भावना बिश्नोई ने कहा कि दस्तावेज पूरे नहीं है, इसलिए और राशि देनी पड़ेगी। अगर नहीं दिए तो काम लटक जाएगा और राशि भी नहीं मिलेगी।

हिसार के डीआईजी का नाम लेकर भी ऐंठे रुपये 

गांव धांगड़ निवासी सुरेंद्र ने आरोप लगाया कि आरोपी भावना अलग-अलग तरीके से रुपये ऐंठने लगी। आरोपी महिला ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया की विजिलेंस जांच शुरू हो चुकी है। इस प्रक्रिया को रुकवाने के लिए हिसार के डीआईजी बलवान सिंह राणा को भी मोटी राशि देनी पड़ेगी। आरोप है कि इसके बाद आरोपी महिला वाट्सऐप पर नौकरी के नोटिफिकेशन भेजती रही। आरोप है किे उसके भांजे यश को हिसार बुलवाया और यहां एक एसबीआई में बायोमीट्रिक हाजिरी लगवाई। 

आरोप है कि 17 अगस्त 2021 को वाट्सऐप पर फोटो भेजी और उसमें कई लोगों के बीच अरुण जेटली खड़े थे। आरोपी ने कहा कि हिसार आए हैं और काम हो जाएगा। उसने विश्वास कर लिया। लेकिन बाद में पता चला कि अरुण जेटली की तो काफी समय पहले मौत हो चुकी है। आरोप है कि आरोपी महिला ने आवेदक विष्णु और अनुराग और हिसार कोर्ट में बुलाया और फर्जी ज्वाइनिंग लेटर पर हस्ताक्षर करवाए। आरोप है वर्ष 2021 के अंत तक आरोपी महिला झांसे देती रही लेकिन नौकरी नहीं लगवाई। आरोप है कि आरोपी महिला खुद को आईपीएस गंगाराम पूनिया और डीआईजी बलवान सिंह राणा का करीबी बताकर धमकी दे रही है।

नौकरी के लिए 4 लाख से 29 लाख रुपये ऐंठने के आरोप

आरोप है कि गांव धांगड़ निवासी अंगूरी देवी एसबीआई में पीओ पोस्ट के लिए 29 लाख 38 हजार रुपये, गांव सीसवाल निवासी यश से एसबीआई में नौकरी लगवाने के लिए 20 लाख, गांव धांगड़ निवासी सुरेंद्र को भिवानी कोर्ट में एलडीसी क्लर्क के लिए 4 लाख रुपये, गांव धांगड़ निवासी अनुराग से एलडीसी क्लर्क के लिए 11 लाख 59 हजार, गांव धांगड़ निवासी इंद्रपाल से भिवानी कोर्ट में एलडीसी क्लर्क पद के लिए 4 लाख 12 हजार रुपये, गांव धांगड़ निवासी अमन से जिला कोर्ट फतेहाबाद में चपरासी पद के लिए 4 लाख रुपये, गांव धांगड़ निवासी राजेंद्र से कोर्ट हिसार में चपरासी पद के लिए 4 लाख 25 हजार रुपये, गांव धांगड़ निवासी सुधीर से जिला कोर्ट हिसार में चपरासी पद के लिए 4 लाख 85 हजार रुपये, गांव भिरड़ाना निवासी संजय से फतेहाबाद कोर्ट में चपरासी पद के लिए 7 लाख 50 हजार रुपये और धांगड़ निवासी विष्णु से जिला कोर्ट फतेहाबाद में चपरासी पद के लिए 7 लाख 50 हजार रुपये लिए है।

 

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